प्रेम ,प्यार ,मोहब्बत ,
(बडे भडकीले हो गये हैं )
अब मंचपर मचलते ,अदायें दिखाते
सडकों पर आवारा घूमते ,
घरों की छतों ,छज्जों खिडकियों से
अपनी दमक दिखा जाते हैं !
अब तो रेलों ,बसों और स्कूटरों पर इनके ,
खुल कर दर्शन होते हैं !
हाई स्कूल से लेकर
बडे बडे कॉलेजों में तो भरमार है !
चुस्त ,बढिया, पारदर्शी कपडे पहने ,
इनकी बाँकी अदा
विज्ञापनों मे देखते ही बनती है !
अब ये बडे आवारा हो गये हैं ,
घरों में दुबके रहने का ,भीरु स्वभाव छोड कर
सरे आम बाजारों में
निकल पडे हैं !
(बडे भडकीले हो गये हैं )
अब मंचपर मचलते ,अदायें दिखाते
सडकों पर आवारा घूमते ,
घरों की छतों ,छज्जों खिडकियों से
अपनी दमक दिखा जाते हैं !
अब तो रेलों ,बसों और स्कूटरों पर इनके ,
खुल कर दर्शन होते हैं !
हाई स्कूल से लेकर
बडे बडे कॉलेजों में तो भरमार है !
चुस्त ,बढिया, पारदर्शी कपडे पहने ,
इनकी बाँकी अदा
विज्ञापनों मे देखते ही बनती है !
अब ये बडे आवारा हो गये हैं ,
घरों में दुबके रहने का ,भीरु स्वभाव छोड कर
सरे आम बाजारों में
निकल पडे हैं !
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