विश्वविद्यालय का बेचारा भुक्त-भोगी शिक्षक -
*
मंजु ने आवाज़ दी ,'अरे, डॉ.राय
पिछले साल आपने वाक्आउट दिया कराय
कहा कि पेपर जा रहा आउट ऑफ़ द कोर्स
एकदम है ये बेतुका लड़कों को कर फ़ोर्स ।'
*
चलते-चलते रुक गये एकदम .डॉ राय
'हम क्यों जुम्मेदार हैं ,हमने दी थी राय !
लड़कों ने हल्ला किया हमने समझी बात ,
वहाँ बेतुके प्रश्न थे ,कुछ बिल्कुल बकवास ।'
*
'तब फिर तो इस बार वे होंगे परम संतुष्ट ,
पेपर था ही आपका ,सिद्ध हो गया इष्ट .'
'तो वह भी सुन लीजिये वह भी किस्सा एक .
डॉ.मंजु, खुश हुये हम लड़कों को देख
*
पूछा क्यों कैसा रहा पेपर अबकी बार ?'
'कौन हरामी था किया सेट पेपर इस बार '?
दूजा बोला 'परीक्षक साला खाकर भग
सारे कोश्चन चर गया,जो चेप्टर के संग
*
भाषा थी बदली हुई ,समझ आय क्या खॉक,
गधा नलायक दे गया हम लोगों को शॉक .'
उठा ठहाका एक फिर, मानी हमने हार
इस पीढ़ी का किस तरह हो पाये उद्धार !
*
प्रतिभा सक्सेना
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मंजु ने आवाज़ दी ,'अरे, डॉ.राय
पिछले साल आपने वाक्आउट दिया कराय
कहा कि पेपर जा रहा आउट ऑफ़ द कोर्स
एकदम है ये बेतुका लड़कों को कर फ़ोर्स ।'
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चलते-चलते रुक गये एकदम .डॉ राय
'हम क्यों जुम्मेदार हैं ,हमने दी थी राय !
लड़कों ने हल्ला किया हमने समझी बात ,
वहाँ बेतुके प्रश्न थे ,कुछ बिल्कुल बकवास ।'
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'तब फिर तो इस बार वे होंगे परम संतुष्ट ,
पेपर था ही आपका ,सिद्ध हो गया इष्ट .'
'तो वह भी सुन लीजिये वह भी किस्सा एक .
डॉ.मंजु, खुश हुये हम लड़कों को देख
*
पूछा क्यों कैसा रहा पेपर अबकी बार ?'
'कौन हरामी था किया सेट पेपर इस बार '?
दूजा बोला 'परीक्षक साला खाकर भग
सारे कोश्चन चर गया,जो चेप्टर के संग
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भाषा थी बदली हुई ,समझ आय क्या खॉक,
गधा नलायक दे गया हम लोगों को शॉक .'
उठा ठहाका एक फिर, मानी हमने हार
इस पीढ़ी का किस तरह हो पाये उद्धार !
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प्रतिभा सक्सेना
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